शिमला न्यूज़ : प्रदेश में मानसून की वर्षा का दौर थमा ज़रूर है, लेकिन गैर ज़रूरी छेड़छाड़, भूस्खलन व ज़मीन खिसकने के कारण लोगों के भवन असुरक्षित बने हुए हैं.शिमला जिले के रामपुर उपमंडल में दुर्गम क्षेत्र पंद्रह बीस के सुरू गांव में कई भवन खतरे की जद में है.
ग्रामीणों का आरोप है कि चौबीस समेगा वार्ड की कूप परियोजना की सुरंग से हो रहे पानी के रिसाव के कारण गांव की ज़मीन लगातार धंस रही है.परियोजना की सुरंग में जब वर्ष दो हज़ार अठारह में पानी छोड़ा गया था तब भी कई स्थानों से पानी का रिसाव हुआ जिससे ज़मीन धंसना शुरू हो गई.
हाल ही में गांव के दर्जनों भवन इसके कारण क्षतिग्रस्त हुए हैं.तीन घरों को प्रशासन द्वारा असुरक्षित घोषित कर दिया गया है.
लोगो ने कहा – इस प्रोजेक्ट की तरह से हमारा निवेदन है कि पानी रिसाव हो रहा है क्योंकि इस बार बरसात भी बहुत ज़्यादा हुई है, इनका जो प्रोजेक्ट है बहुत ज़्यादा ओवरफ्लो चल रहा है तो इसी कारण हमें पता है कि दो हज़ार अठारह में जब यहां टीम आई थी, उन्होंने हमें हिदायत दी थी कि यह पानी आपका है, इस पानी को आप अलग – अलग करके, चेनलाइज़ इस करके इस पानी को खंड में निकाला जाए.
और कंपनी ने आज तक यह कार्य नहीं किया गया.उसका नतीजा यह हुआ कि आज शुरू गांव का स्थिति तो बिल्कुल मिटने के लिए और मैं ऐसी स्थिति यहां त्रासदी बनी हुई है मेरा शासन और प्रशासन और प्रदेश कांग्रेस सरकार से आग्रह है कि यहां जो शुरू गांव है जो इस प्रोजेक्ट की वजह से डूब रहा है इसको विस्थापन कर दिया जाए या तो हमें कहीं दूसरी जगह किया जाए या फिर इस प्रोजेक्ट को बंद कराया जाए.