कुल्लू न्यूज़ : उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा है कि जिला कुल्लू की संस्कृति के संरक्षण और समर्थन के लिए कुल्लू का संस्कृति विकास मंच सराहनीय कार्य कर रहा है.
उन्होंने कहा कि देश की अति प्राचीन व समृद्ध देव संस्कृति के संरक्षण व आम जनता तक इसे पहुंचाने के लिए युवा भी रुचि ले रहे हैं.उपायुक्त कुल्लू के अटल सदन सभागार में कुल्लू की सांस्कृतिक विकास मंच के भारथा वर्सोहा व जगती पुछ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा समाज के उत्थान के लिए देव संस्कृति के संरक्षण के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा – बहुत सारी चीज़ों के बारे में हमें जो उसका इतिहास है,जो उसका सही मायने में इतिहास है या उसकी गहराई है उसके बारे में सही बात का हमें ज्ञान नहीं होता और कुछ ना कुछ गलत धारणा जो हमारे घर में विकसित हो जाती है.
तो इस तरह के कार्यक्रम में आने से हमारे शहर में हमारे लिए भी जो ज्ञानवर्धक होता है हमें भी कुछ ना कुछ और सीखने को मिलता है.आज भी मैंने आप सब लोगों से जो है बहुत कुछ नया सीखा, उसके लिए आप सबका धन्यवाद.
संस्कृति विकास मंच के महासचिव हीरालाल ठाकुर ने कहा कि संस्था के द्वारा कुल्लू की देव संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के लिए पिछले कई वर्षों से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि देव संस्कृति के संरक्षण के लिए दिगुत्व नामक पत्रिका का प्रकाशन भी किया है.हमारी संस्था इस देव भूमि की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को लोगों के समक्ष लाने के लिए समय समय पर विभिन्न संगोष्ठिया आयोजित करती है.और इस देव भूमि के जो विभिन्न पहलू संस्कृति के इतिहास है उनका संरक्षण के लिए एक दिगुत्व नामक पत्रिका का प्रकाशन भी करती है.
कुल्लू संस्कृति विकास मंच का उद्देश्य रहा है कि हम अपनी संस्कृति को खोज करके, उनके संरक्षण करके, लोगों के सम्मुख लाएं. इसी क्रम में कार्यक्रम हुआ, जिसमें बहुत सारे विद्वानों ने अपने अपने पत्र पढ़े, नए नए पहलू हमारे सामनेआए और ऐसे ही कार्यक्रम हम भविष्य में भी आयोजित करेंगे