कारगिल विजय दिवस विशेष : कारगिल युद्ध में हिमाचल के वीर सपूत कैप्टन बिक्रम बतरा ने भी अपनी बहादुरी का लोहा मनवाया था।
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कारगिल विजय दिवस विशेष : कारगिल युद्ध में हिमाचल के वीर सपूत कैप्टन बिक्रम बतरा ने भी अपनी बहादुरी का लोहा मनवाया था।
कारगिल युद्ध में हिमाचल के वीर सपूत कैप्टेन विक्रम बत्रा ने भी अपनी बहादुरी का लोहा मनवाया था.जिसके लिए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाज़ा गया.परम शहीद कैप्टेन विक्रम बत्रा के पिता ने बातचीत पर कहा कि आज का दिन देश के लिए गौरव का दिन है क्योंकि आज भारत ने जांबाज़ सिपाहियों के दम पर कारगिल चोटी पर विजय हासिल की थी.
उन्होंने कहा कि अपने बेटे की शहादत पर उन्हें गर्व है और उन्होंने हिमाचल सहित पूरे देश का सर गर्व से ऊंचा किया है.उन्होंने कहा – कारगिल दिवस हमारे लिए एक बहुत गौरव का दिन है यह और प्रतिवर्ष कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है और मनाया भी जाना चाहिए.इससे समाज के अंदर एक बहुत अच्छा संदेश जाता हैऔर इसके साथ ही हमारे जो शहीद युवा शहीद जिन्होंने कारगिल विजय के लिए अपनी कुर्बानी दी है.
उनकी प्रति हमारी श्रद्धा और उनके प्रति हमारा सम्मान यह जाहिर होता है और यह प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य बनता है कि आज के दिन हम इस दिवस को मनाए और अपने हमारे जो शहीद हैं और कारगिल के उनको श्रद्धांजलि है और मैं समझता हूँ कि प्रत्येक युवा को, युवा के अंदर यह जो social conscience है और national conscience है यह हमें show होनी चाहिए ताकि वह अपनी तरफ से अपने भरण पोषण के साथ साथ समाज और देश के लिए भी कुछ कर सके और वह अपने जीवन को सार्थक कर सके.
काँगड़ा जिले के कैप्टेन सौरव कालिया ने कारगिल युद्ध में अपने अदम्य साहस का परिचय दिया और कई पाकिस्तानी सैनिकों को मौत के घाट उतारा.इस युद्ध में उन्होंने शहादत को गले लगाकर पूरे प्रदेश का सर गर्व से ऊंचा किया. कैप्टेन सौरभ कालिया के पिता NK कालिया ने बताया कि उनके बेटे को पाकिस्तानी सेना ने बंदी बना लिया और अमानवीय व्यवहार किया और अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए आज भी लड़ाई लड़ रहे हैं
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